महिला बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया के विभाग पर लाखों की भ्रष्टाचार करने वाली अधिकारी के खिलाफ अब तक कार्यवाही क्यों नहीं !
महिला बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया के विभाग पर लाखों की भ्रष्टाचार करने वाली अधिकारी के खिलाफ अब तक कार्यवाही नहीं !
माननीय मंत्री जी ट्रांसफर पोस्टिंग के अलावा भ्रष्टाचार करने वाली अधिकारी पर कार्यवाही करने में क्यों नहीं ले रही रूचि
न्यूज़ बिलासपुर बंधु (संतोष साहू)
बिलासपुर – महिला बाल विकास विभाग पर कार्यरत एक अधिकारी का गबन पुराण (भ्रष्टाचार ) इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है. यह क्रियाकलाप उन कुछ अधिकारियों को संबल प्रदान कर रही है जो उनके मार्गदर्शन को फॉलो करते हैं. साथ ही विभाग के गलियारों में जोर शोर से चर्चा हो रही है कि विभाग कि कमान जब तक मंत्री अनिला भेड़िया के पास है तब तक जमकर भ्रष्टाचार करो और पदोन्नति का तोहफा ले जाओ. शायद इसीलिए भ्रष्टाचार करने वाली अधिकारी के खिलाफ जांच प्रतिवेदन आने के बाद भी अब तक कोई कार्यवाही नहीं किया गया है.
गौरतलब है की एक शासकीय कर्मचारी को भ्रष्टाचार करने पर सरकार दंड स्वरूप उसे निलंबित, वेतन वृद्धि पर रोक, अन्य जगह अटैच व पदोन्नति पर रोक जैसी कार्यवाही करती है.लेकिन महिला बाल विकास विभाग जिला बिलासपुर छत्तीसगढ़ पर 4 लाख 22 हजार 100 रुपए की भ्रष्टाचार के मामले पर चल रही जांच को दरकिनार करके तत्कालीन परियोजना अधिकारी सरकंडा रीना बाजपेई को विभाग ने पनिशमेंट करने के बजाए पदोन्नति देकर नई जगह स्थानांतरण किया है. ऐसे क्रियाकलाप के कारण सरकार की छवि धूमिल हो रही है. एवं महिला बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया के कार्यकाल में कुछ अधिकारियों द्वारा किए जा रहे भ्रष्टाचार को सुनहरे अक्षरों में लिखे जाने की बात कही जा रही है.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार की महत्वपूर्ण विभाग जिसमें महिला एवं बाल विकास माना जाता है. जिसके अंतर्गत गर्भवती महिला व 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों कि देखरेख का जिम्मा होता है.ऐसे महत्वपूर्ण विभाग कि मंत्री अनिला भेड़िया है. उनके विभाग में जिला बिलासपुर पर सरकंडा मे पदस्थ तत्कालीन परियोजना अधिकारी रीना बाजपेई ने अपने पति के साथ मिलकर टूर एंड ट्रेवल्स का फर्जी बिल लगाकर 4 लाख 22 हजार 1 सौ रुपए आहरण किया था जिसकी शिकायत विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी बिलासपुर, संचालक, एवं सचिव के समक्ष किया गया. जिस पर जांच अधिकारी नियुक्त किया गया जिन्होंने अपनी जाँच कार्यवाही पूर्ण करते हुए 37 पृष्ठ का प्रतिवेदन जिला कार्यक्रम अधिकारी बिलासपुर के समक्ष प्रस्तुत किया.
सूचना का अधिकार से प्राप्त दस्तावेज के अनुसार उक्त जांच प्रतिवेदन पर अभिमत दिया गया है कि छत्तीसगढ़ वित्तीय संहिता के प्रावधानों का उल्लंघन कर शासकीय राशि का गबन / गंभीर वित्तीय अनियमितता किया जाना पाया गया है. श्रीमती रीना बाजपेई बाल विकास परियोजना अधिकारी सरकंडा जिला बिलासपुर विरुद्ध की गई शिकायत की पुष्टि होती है अतः शिकायत पर अनुशासनात्मक कार्यवाही प्रस्तावित की जाती है. जांच अधिकारी से प्राप्त प्रतिवेदन के आधार पर जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग बिलासपुर ने दिनांक 8 जून 2023 को पत्र क्रमांक 1678 के माध्यम से संचालक महिला एवं बाल विकास विभाग अटल नगर नया रायपुर छत्तीसगढ़ भेज दिया है. लेकिन दो महीना बीत जाने के बाद भी तत्कालीन सरकंडा परियोजना अधिकारी रीना बाजपेई के खिलाफ अब तक कार्यवाही नहीं किया गया है. बल्कि 21 जुलाई 2023 को पद उन्नति देकर जिला महिला बाल विकास अधिकारी के जिला सक्ति बनाया गया है.
कहा जा रहा है कि विभाग कि मंत्री अनिला भेड़िया को ऐसे मामलों पर स्वयं संज्ञान लेना चाहिए. भ्रष्टाचार जैसे गंभीर शिकायत होने के बाद कार्यवाही न होकर पदोन्नति मिलने से सरकार की छवि धूमिल होती है. बहरहाल देखने वाली बात होगी कि उक्त जांच प्रतिवेदन के आधार पर विभाग कब तक कार्यवाही करता है.
कुछ महत्वपूर्ण सवाल .
फर्जी बिल के माध्यम से आहरण किए गए ,4 लाख 22 हजार 100 रूपए राशि की वसूली कि जाएगी क्या ?
सेवानिवृत्ति के पूर्व ( मांग ना जांच ) रिपोर्ट मे इस आर्थिक अनियमितता का उल्लेख किया जाएगा क्या ?
छत्तीसगढ़ वित्तीय संहिता के प्रावधानों का उल्लंघन कर शासकीय राशि का गबन करने वाली अधिकारी को सस्पेंड किया जाएगा क्या ?
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