मुख्यमंत्री साहब शिशु भवन अस्पताल पर गलत इलाज होने से मेरी बच्ची का काटा गया हाथ, शिकायत करने पर भी नहीं किया जा रहा कार्यवाही


मुख्यमंत्री साहब शिशु भवन अस्पताल पर गलत इलाज होने से मेरी बच्ची का काटा गया हाथ, शिकायत करने पर भी नहीं किया जा रहा कार्यवाही 

न्यूज़ बिलासपुर बंधु (संतोष साहू)

बिलासपुर– मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान विधानसभा बिलासपुर पर पहुंचे थे जहां पर  एक महिला ने शिशु भवन अस्पताल के खिलाफ शिकायत करते हुए बच्ची का गलत इलाज होने से हाथ काटने का आरोप लगाया है। जिस पर तत्काल कार्यवाही करने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को भूपेश बघेल द्वारा दिया गया। जिसके बाद आनन-फानन में  कार्यवाही होने की बात कही जा रही है।

शिशु भवन अस्पताल संचालक के खिलाफ गलत इलाज करने से इंफेक्शन के कारण हाथ काटने का आरोप लगाया गया था। जिस पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा 5 सदस्य जांच दल गठित किया गया। लेकिन 90 दिन  बीत जाने के बाद भी जांच अधिकारीयो ने जांच पूरी नहीं किया। अगर मामले पर गौर किया जाए तो स्वास्थ्य विभाग द्वारा नियुक्त किए गए जांच अधिकारीयो की भूमिका मामले पर पूरी तरह संदेहास्पद  है। वहीं दूसरी ओर न्याय की आस में  मुख्यमंत्री भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान पीड़ित महिला ने मुख्यमंत्री से शिकायत करते हुए बताया कि उसने पुलिस एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बिलासपुर के समक्ष दिनांक 8.2.2023 को लिखित शिकायत किया था। जिसमें  बताया गया कि उनकी बच्ची कुमारी स्वेता खांडेल उम्र 5 वर्ष के पैर में समस्या होने के कारण इलाज हेतु मध्य नगरी चौक बिलासपुर में स्थित शिशु भवन डॉक्टर श्रीकांत गिरी के अस्पताल में दिनाँक 20-1-2023 को भर्ती किया गया था जहां पर उसका लगभग 10 दिनों तक इलाज किया गया। बताया जाता है कि उक्त अवधि पर अस्पताल में गलत एवं लापरवाही पूर्वक इलाज होने के कारण मासूम बच्ची के दाहिने हाथ में इंफेक्शन हो गया। 

आरोप है कि जहां पर उसके हाथ में निडिल लगाया गया 2 दिनों के बाद हाथ पर फोड़े कि तरह दाना – दाना देखने को मिला जिसकी जानकारी डॉक्टर को दिया गया जिस पर डॉक्टर ने बार-बार आश्वासन दिया कि बच्ची ठीक हो जाएगी। लगभग 10 दिनों तक बच्ची का इलाज किया गया जिसके एवज में 1 लाख 75 हजार रूपए आयुष्मान कार्ड से काटा गया एवं नगद लगभग 50 हजार रुपए भी लिया गया। मासूम बच्ची का सही इलाज होना तो दूर बल्कि गलत इलाज होने के कारण हाथों पर समस्या बढ़ती गई और हाथ के अधिकांश जगह पर इंफेक्शन हो गया। जिसके बाद 30.1. 2023 को डॉक्टर श्रीकांत गिरी ने बच्ची को एम्स रायपुर अस्पताल रिफर कर दिया जहां पर डॉक्टरों ने देखने के बाद हाथ पर इंफेक्शन अधिक होने की जानकारी दिया और फिर दिनांक 13 फरवरी 2023 को इंफेक्शन हुए हाथ कि जगह को काटा गया। पीड़ित परिजन का कहना है कि बच्ची के इलाज हेतु जो रकम उन्होन खर्च किया वह कर्ज लेकर बच्ची की सफल ईलाज के आस में अस्पताल पर भर्ती कराया था लेकिन अब परिस्थिति और भी जायदा बिगड़ गई है डॉक्टर के गलत इलाज का दुष्परिणाम देखने को मिला कि मासूम बच्ची का हाथ काटना पड़ा।

जिसके बाद पीड़ित गरीब परिवार लगातर पिछले 3 माह से न्याय की गुहार लगा रहा था। लेकिन सुनने वाला कोई नहीं रहा। मामले पर प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने स्वयं संज्ञान लेकर अधिकारियों को निर्देश दिया कि शाम तक मुझे किसी भी हाल में जांच पूरी चाहिए इतना सुनते ही अधिकारियों के कान खड़े हो गए और आनन-फानन में जांच अधिकारियों को जांच पूरी करने का निर्देश दिया गया । सूत्रों के हवाले से खबर है कि रात 10:00 बजे तक मामले से जुड़े संपूर्ण दस्तावेज एवं जांच प्रतिवेदन सम्बंधित अधिकारी द्वारा विभाग पर जमा कर दिया जाएगा। फिलहाल देखने वाली बात होंगी कि आगे किस तरह की कार्यवाही किया जाता है।

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